पढ़ाई में मन न लगने के कारण स्टूडेंट को एग्जाम में कम मार्क्स का सामना करना पड़ता है और उनकी परेशानियाँ बढ़ने लगती है और उन्हें घर वालो कि डांट का भी सामना करना पड़ता है। बात सिर्फ घर वालो कि डांट कि नही है बल्कि उनके भविष्य पर भी इसका बुरा असर पड़ता है, और उन्हें कई स्थानों पर समझोता करना पड़ता है। अधिकांश बच्चों के लिए यह एक बहुत बड़ी समस्या है कि वह पढ़ाई में मन नही लगा पाते हैं और जब भी पढ़ाई करने का विचार बनाते है उन्हें परेशानी होने लगती है और वह सही से पढ़ाई नही कर पाते हैं। पढ़ाई जीवन के मुख्य भाग है और इसके बिना सफल होना असम्भव है इसीलिए हमेशा से ही बड़ों के द्वारा पढ़ाई पर जोर दिया जाता है।
पेरेंट्स कई बार गलत तरीकों का उपयोग करते हैं और अपने बच्चों पर गुस्सा करते हैं तथा उन्हें पढ़ाई करने के लिए मोटिवेट करने कि जगह डांटते हैं और पढ़ाने के लिए दबाव बनाते है पर यह तरीका बिल्कुल भी सही नही है। कई बार बच्चा स्वयं भी काफी कोशिश करता है पर पढ़ाई के प्रति रुचि उत्पन्न नही कर पाता है तथा उनका मन पढ़ाई में लगाने ने असमर्थ रहता है। इसके लिए उसके मन में यह प्रश्न आता है कि मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं? और वह इस बारें में अपने टीचर और पेरेंट्स को भी बताता है पर वह कई बार उसे सही राह नही दिखा पाते हैं और उल्टा बच्चा ज्यादा दबाव में आ जाता है और तनाव महसूस करता है। तो आइयें हम आपको बताते हैं की यदि आपका या आपके बच्चे का मन पढ़ाई में न लगें तो क्या करना चाहिए।
दिनचर्या बनाएं
यदि आप एक अच्छी सी दिनचर्या का निर्माण करें तो परीक्षा में अच्छे अंक पा सकते हैं। एक दिनचर्या केवल पढ़ाई पर ही सकारात्मक असर नही डालती है यह पढाई को भी ठीक करती है। सही समय पर उठना, खाने का समय, पढ़ने का समय और अन्य जरुरी कामों के लिए समय निर्धारित करें ताकि आप सही से पढ़ाई कर सकें, अनिश्चित समय पर पढ़ाई से किसी भी दिन सही से पढ़ाई नही हो पाती है, शुरुआत में थोड़ी समस्याएँ आ सकती है पर समय के साथ आप निर्धारित समय पर पढ़ाई कर सकेंगे।
पढ़ाई के दौरान ब्रेक लेना है जरूरी
पढ़ाई करते समय लगातार पढ़ाई करने का विचार आपके पढ़ाई करने के मूड को खराब करता है और आप थोड़े समय के लिए बभी पढ़ाई नही कर पाते है। यदि आप हर 1 घंटे में कुछ मिनटों का ब्रेक लेंगे तो आप पाएँगे कि आप सही से पढ़ाई कर पा रहे हैं। ध्यान रहें कि आपको ज्यादा लम्बा ब्रेक नही लेना वरना आपका मन पढ़ाई से ही हट जाएगा और दुसरें कामों में लग जाएगा।
टारगेट बनाएं
बिना टारगेट के पढ़ाई करने से सही से पढ़ाई नही कि जा सकती है इसलिए हर दिन के लिए एक टारगेट जरुर बनाएं। टारगेट बनाने से मतलब है कि आप यह निर्धारित कर सकते है कि आज आपको कितने सब्जेक्ट के कितने लिसन तक पढ़ाई करना। लक्ष्य बनाने से आप उन्हें आसानी से पा सकते हैं और समय के अनुसार कार्य भी कर सकते हैं, टारगेट ज्यादा बड़ा भी नही होना चाहिए और नही टारगेट को ज्यादा छोटा रखे वरना इन दोनों स्थितों में आप पढ़ाई नही कर सकेंगे।
कभी कभी ग्रुप स्टडी भी है जरुरी
यदि आप सोचते है कि ग्रुप स्टडी में पढ़ाई करना एक गलत विचार है तो ऐसा नही है, कभी कभी ग्रुप स्टडी करना आपको फायदा पंहुचा सकता है। ग्रुप में स्टडी करना आपको इसलिए फायदा पहुंचा सकता है क्योंकि साथ में पढ़ाई करने से आप एक दुसरे से बहुत कुछ सीख सकते है और एक दुसरे कि गलतियाँ सुधार सकते हैं। हमेशा साथ में पढ़ाई करना ठीक नही है क्योंकि प्रतिदिन साथ में पढ़ाई करने से आप मस्ती मजाक में खों सकते है और पढ़ाई पर ध्यान देने से ज्यादा आपका मन गप्पे लडाने में निकल सकता है और आपकी पढाई रुक सकती है।
शांत वातावरण चुने
शोर शराबा पढ़ाई को काफी प्रभावित करता है इसके लिए पढ़ाई के लिए ऐसा कमरा चुने जहां शोर न हो और नही लोगों का आना जाना लगा रहता हो क्योंकि यह आपकी पढ़ाई को काफी प्रभावित करता है। शांत वातावरण में पढ़ाई करने से आप पाएँगे कि आप सही से पढ़ाई कर पा रहे है। पढ़ाई करने के लिए एकाग्रता बेहद जरुरी है और आवाज के कारण व्यक्ति पढ़ाई में ध्यान नही लगा पाता है और उनका मन नही लगता है।
व्यायाम और मैडिटेशन
व्यायाम और मैडिटेशन आपको शरीरिक तथा मानसिक रूप से मजबूत करता है, इसीलिए प्रतिदिन व्यायाम और मैडिटेशन करें इससे आप अपने मन पर नियंत्रण पाने में सफल रहेंगे और आसानी से पढ़ाई कर सकेंगे। शोध में भी यह सिद्ध हो चुका है कि जो लोग ध्यान लगाते है वह उन लोगो से ज्यादा बेहतर होते है जो ध्यान नही लगाते है तथा व्यायाम, सेहतमंद खाने पर ध्यान नही देते है।
पढ़ाई में मन न लगाने के कारण
जैसा कि हम जान चुकें है कि पढ़ाई में ध्यान केन्द्रित करने के लिए किन उपायों पर ध्यान दिया जा सकता है। पर कई ऐसे कारण भी जो पढ़ाई में बाधा बनते हैं।
दबाव और डर में पढ़ाई करना
यदि कोई व्यक्ति दबाव या फिर किसी के डर में पढ़ाई करता है तो वह पढ़ाई में कभी मन नही लगा पाता है, इसके लिए कोशिश करें कि प्रतिदिन पढ़ाई करें ताकि आप पर किसी को दबाव बनाने कि कोशिश न करना पड़े और नही आपको डराने कि जरूरत हो। पढ़ाई कि अहमियत को समझें और उसे समय जरुर दें।
वातावरण का न मिलना
पढ़ाई के लिए सही वातावरण होना बेहद जरुरी है इसके लिए सही वातावरण का चयन करें। आपके आस पास कि स्थिति और लोग आपकी पढ़ाई को प्रभावित करते है तथा आपका मन भटकने लगता है।
सही मटेरियल और टॉपिक की कमी
कई बार आप पढ़ाने का विचार बनाते है पर सही टॉपिक और मटेरियल कि कमी के कारण पढाई नही कर पाते हैं। इस समस्या से बचने के लिए आपको प्रतिदिन स्कूल जाना चाहिए तथा शिक्षक और विद्यार्थियों के सम्पर्क में रहना चाहिए, पढ़ने के लिए ज्यादा किताबो का उपयोग नही करना चाहिए सही और जो किताब आपको पसंद आती है उसका उपयोग करना चाहिए।
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