हिन्दू संस्कृती काफी पुरानी है इसीलिए भारत में कई ऐतिहासिक और रहस्यमय मंदीर मोजूद है जिनके रहस्यों को वैज्ञानिक भी समझ नहीं सकें है। आज आप ऐसे ही कुछ मन्दिरों के बारें में पढ़ेंगे और जानेंगे कि किस तरह यह मन्दिर अपने अंदर ऐसे अद्भुत रहस्यों को समाएं हुए है।
वेंकटेश्वर मंदिर, आंध्र प्रदेश
आंध्रप्रदेश में भगवान वेंकेटश्वर का रहस्यमय मंदिर है जो तिरुपति बालाजी के नाम से जाना जाता है, यह पुरे विश्व में प्रसिद्ध है। कहा जाता हैं कि भगवान यहाँ कलयुग में परेशानियों से बचाने के लिए प्रकट हुए थे, यही कारण है की इसे कलियुग वैकुंठ भी कहा जाता है। इस मन्दिर में प्रतिदिन 1500 से अधिक लोग बाल दान करते हैं यह परम्परा काफी पुरानी है तथा यहाँ एक दिन में एक लाख से अधिक भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं।

स्तम्भेश्वर महादेव मंदिर, गुजरात
यह मंदिर काफी रहस्यमय है जो भगवान शिव को समर्पित है, इस मन्दिर की अद्भुत बात यह है कि यह मन्दिर दिन में कुछ समय के लिए गायब हो जाता है तथा कुछ समय के बाद वापस दिखाई देने लगता है। यह मन्दिर गुजरात में अरब सागर और कैम्बे की खाड़ी में स्थित है और इस मन्दिर की महिमा पुरे विश्व प्रसिद्ध है।

रत्नेश्वर मंदिर मणिकर्णिका घाट, उत्तर प्रदेश
यह मन्दिर इसलिए खास माना जाता है क्योकि यह 9 डिग्री झुका है और इसकी वर्तमान में ऊंचाई 13.14 मीटर है, यह मंदिर झुका हुआ होने के बावजूद भी सेकड़ों वर्षो से सही सलामत है जबकि इसका निर्माण मात्र पत्थरों से किया गया है। यह मन्दिर मणिकर्णिका घाट पर है और कई बार यह गंगा नदी में डूब भी जाता है।

करणी माता मंदिर, राजस्थान
यह मन्दिर राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित है, और यह मन्दिर करणी माता को समर्पित है, इस मन्दिर को चूहों का मन्दिर कहा जाता है, इस मन्दिर में 20 हजार से अधिक चूहें है और यहाँ इन चूहों का झूठा प्रसाद वितरित किया जाता है। करणी माता देवी दुर्गा का अवतार मानी जाती है जो भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए यहाँ स्थापित है।

कामाख्या देवी मंदिर गुवाहाटी, असम
कामाख्या देवी का मन्दिर गुवाहाटी असम में स्थित है, यह एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ है जो पहाड़ी पर स्थित है, इस मन्दिर में विशेष अनुष्ठान होते हैं जो तंत्र विद्या से जुड़े हुए हैं। इस मन्दिर की खास बात यह है कि यहाँ स्थित माता को सावन माह में मासिक धर्म आते हैं इस दौरान गर्भगृह से बहने वाले पानी का रंग लाल हो जाता है और इस समय मन्दिर को बंद रखा जाता है।

वीरभद्र मंदिर, आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश का वीरभद्र मंदिर हैंगिंग पिलर के कारण प्रसिद्ध है, यहाँ 70 स्तम्भ है पर उन मेसे एक स्तम्भ ऐसा है जो हवा में झूल रहा है जो करीब आधा इंच हवा में है। माना जाता है कि इस खम्बें के नीचे से कपड़ा निकालने से मनोकामना पूर्ण होती है। इस खम्बे का इस तरह से लटके होने का रहस्य कोई नहीं जान पाया है।

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