Hit and Run new law : सरकार हिट एंड रन पर नया कानून लेकर आई है, जिसका देश भर में विरोध प्रारम्भ हो चुका और ड्राईवर हड़ताल पर उतर आये हैं। इस हड़ताल के कारण देश भर में कई तरह की समस्याएँ उत्पन्न हो गयी है।
हिट एंड रन के नए कानून का विरोध पुरे देश भर में हो रहा है और सारे ड्राईवर हड़ताल पर बैठ गये हैं जिस कारण अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है। आम जनता को परेशान होना पड़ रहा है क्योंकि पेट्रोल, सब्जी जैसी चीजें उन्हें नहीं मिल पा रही है। इस हड़ताल के कारण पेट्रोल पंप पर पेट्रोल की किल्लत हो गयी है और लोग जिस पेट्रोल पंप पर पेट्रोल उपलब्ध है वहां अत्यधिक भीड़ पड़ रही है। मंडी में सब्जियां नहीं पहुची है और लोगों तक उनकी अन्य जरुरी चीजें नहीं पहुच रही है जिस कारण देश में हाहाकार सा मच गया है।
क्या हैं नया हिट एंड रन कानून?
मोदी सरकार हिट एंड रन पर नया कानून लेकर आई है और हिट एंड रन के प्रावधान को काफी सख्त कर दिया है। नया कानून कुछ इस तरह है कि यदि कोई ड्राईवर सड़क पर किसी व्यक्ति को गाड़ी से टक्कर मार कर भाग जाता है और पुलिस को सूचित नहीं करता है व उस व्यक्ति की मौत हो जाती है तो ड्राईवर को 7 लाख का जुर्माना तथा 10 साल की सजा का प्रावधान कर किया गया है। पहले हिट एंड रन के मामले में आसानी से जमानत मिल जाती थी और केवल 2 साल की सजा का प्रावधान था जो अब 10 साल कर दिया गया है। इस कानून को राष्ट्रपति मुर्मू की मंजूरी भी मिल चुकी है और अब यह भारतीय न्याय संहिता का नया कानून बन चुका है।
क्यों हो रहा है विरोध?
इस नए हिट एंड रन कानून का विरोध खासकर ट्रक ड्राईवर कर रहे हैं क्योंकि उनका कहना है कि इस कानून के आने के बाद वह दुविधा में फस गये हैं क्योंकि यदि ड्राईवर से गलती से किसी का एक्सीडेंट हो जाता है तो हिंसक भीड़ अक्सर उन पर हमला कर देती है जिस कारण वह घटना स्थल पर नहीं रुकते हैं। इस क़ानून के आने के बाद उनके लिए एक तरफ कुआ तो एक तरह खाई वाली बात हो गयी है। ट्रक चालकों का कहना है कि जनता हमेशा बड़े वाहन के चालक की ही गलती मानती है जिस कारण मोब लिंचिंग का खतरा बना रहता है और हिट एंड रन का मामला दर्ज होने पर 10 साल की सजा और 7 लाख का जुर्माना रखा गया है तो एक गरीब ड्राईवर इतनी बड़ी रकम कहा से लाएगा और 10 साल की सजा के प्रावधान का विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि हिट एंड रन का मामला होने पर यदि उन्हें सजा होती है तो उनके घर परिवार की देखभाल कैसे होगी। सड़क पर आये दिन हादसे होते रहते हैं इसलिए ट्रक ड्राईवर इस कानून का विरोध कर रहे हैं।
सरकार क्यों लेकर आई है यह कानून?
सरकार का कहना है कि सड़क हादसों में प्रतिवर्ष 50000 से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है जिसका मुख्य कारण है कि ड्राईवर घायल को सड़क पर हो छोड़कर भाग निकलते हैं। ड्राईवर यदि व्यक्ति की मदद कर दे तो हो सकता है कि उसकी जान बच जाएं। आये दिन हाइवेज पर चालकों की लापरवाही के कारण हादसों में बढ़ोत्तरी हो रही है इसीलिए यह कड़ा कानून लेकर आई है।
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