कार का इतिहास भी काफी पुराना है, कार शब्द का सबसे पहले उपयोग लगभग 1300 सदी के आसपास हुआ होगा। और समय के साथ यह धीरे धीरे पुरी दुनिया में फैलने लगा और आज हर किसी की जुबान पर रहता है। आइये जानते हैं कि कार को आखिर Car ही क्यों कहा जाता है?
कार को CAR ही क्यों कहा जाता है?
अगर आप शब्दों की उत्पत्ति कैसे हुई है या किसी भी वस्तु का नाम यही क्यों है इन सब में रुचि रखते हैं तो यह लेख आपके लिए ही इसमें आप जानेंगे कि कार का नाम Car क्यों रखा गया है। कार नाम की उत्पत्ति के पीछे बहुत ही मजेदार और दिलचस्प कहानी है और आज हम सभी इस नाम का इतना अधिक उपयोग करते हैं। आज बाज़ार में कई लाखों कारे सड़क पर दोड़ती है और हर रोज हजारो की संख्या में कार खरीदी जाती है।
कार शब्द का उच्चारण करते से ही हमारे दिमाग में एक चित्र अंकित होने लगता है यह एक ऐसे वाहन का होता है जिसके चार पहिये हैं जिसमे बैठने की व्यवस्था है, खिड़कियाँ है और यह तेज रफ़्तार से सड़क पर दोड़ती है। कार पहले की तुलना में अब काफी आधुनिक हो चुकी है, पहले कार भाप से चलती थी पर अब यह इलेक्ट्रिक हो चुकी है।
यदि इतिहास की बात की जाएँ तो पता लगता है कि कार शब्द लैटिन शब्द कैरस (Carrus) या कैरम (Carrum) से लिया गया था, और उन शब्दों का हिंदी अर्थ होता है कि पहियों वाला वाहन। और हम जिस वाहन शब्द का उपयोग क्क्रते हैं वह इंग्लिश शब्द Vehicle से बना है। और यह Vehicle शब्द लैटिन शब्द वेहिकुलम (Vehiculum) से आया है।
अंग्रेजी भाषा पर हमेशा से ही लेटिन भाषा का असर रहा है जिस कारण कैरस (Carrus) या कैरम (Carrum) भी हिंदी भाषी लोगों के द्वारा Car में परिवर्तित हो गया होगा, जिसका उपयोग आज हम सभी करते हैं।
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