हिटलर को तो हर कोई जानता है, क्योंकि यह दुनिया का अभी तक का सबसे बड़ा तानाशाह रह चुका है। हिटलर का पूरा नाम एडोल्फ़ हिटलर था, जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के लिए जिम्मेदार माना जाता है, इसका जन्म आस्ट्रिया में हुआ था और इसमें 1918 में नाज़ी पार्टी की स्थापना कि थी जो यहूदी विरोधी थी।
हिटलर का इतिहास
हिटलर का बचपन काफी गरीबी में बिता था और उसने मजदूरी भी कि थी पर समय ऐसा बदल की हिटलर ने 1933 से 1945 तक जर्मनी पर राज किया और तानाशाह बन कर उभरा। हिटलर की वजह से ही दूसरा विश्व युद्ध हुआ था क्योंकि हिटलर ने 1939 को पोलैंड पर हमला कर दिया था, जिसके फलस्वरूप वर्ल्ड वार 2 हो गया है। कहा जाता हैं कि हिटलर ने 60 लाख यहूदियों को मौत के घाट उतार दिया था।
दुनिया का सबसे बड़ा होटल तैयार करना चाहता था हिटलर
दुसरे विश्व युद्ध के समय हिटलर दुनिया का सबसे बड़ा होटल तैयार कर रहा था, पर इस युद्ध के कारण उसका यह सपना अधुरा रह गया। हिटलर दूसरे विश्व युद्ध से पहले एडोल्फ हिटलर ने सैनिकों के लिए एक हॉलीडे कैंप बनाना चाहता था, यह होटल आज भी खड़ा है जिसे कोलोसस ऑफ प्रोरा नाम से जाना जाता है।
हिटलर 20000 कमरे का होटल तैयार करने की योजना बना चूका था, और इसके लिए 9000 मजदूर भी तैयार किये थे पर युद्ध के शुरू होने के कारण उसका यह सपना सपना ही रह गया। वह चाहता था कि सैनिक इस होटल में आराम करे और मौज मस्ती करें। यह होटल रेतीली जमीन पर बनाया गया जो समुद्र के बीच स्थित है।
युद्ध के कारण इमारत का नहीं हो सका निर्माण
यह इमारत पूरी तरह से नहीं बन सकी पर सैनिको ने इसका फिर भी इस्तेमाल किया। सैनिको के अलावा आम लोगों ने भी बम बरी से बचने के लिए इस इमारत का इस्तेमाल किया इसी कारण आज यह इमारत पूरी तरह से जर्जर नज़र आती है। इस इमारत को बनाने में उस समय में 237.5 मिलियन जर्मन करेंसी लगी थी।
हिटलर का प्लान था कि हर रूम 5×2.5 मीटर का हो और उसमे वार्डरॉब तथा सिंक हो। पर युद्ध छिड़ जाने के कारण हिटलर ने मजदूरों को हथियार बनने के लिए भेजा और बिल्डिंग का उपयोग सैनिको के रुकने के लिए तथा शरणार्थी के ठहरने के लिए किया जाने लगा।
अब यह होटल पूरी तरह से ठीक नहीं है पर इसका बीच का बड़ा हिस्सा हॉस्टल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है जिसका नाम ब्लॉक फॉर है।
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