समय काफी तेजी से बदल रहा है और आने वाला समय इससे भी ज्यादा आधुनिक होने वाला है, इन्टरनेट ने पुरे संसार में क्रांति ला दी है और कुछ ऐसे परिवर्तन किये हैं जिन्होंने जीने का तरीका ही बदल दिया है। प्राचीन काल में वस्तु विनिमय हुआ करता था फिर मुद्रा का चलन शुरू हुआ और आज मुद्रा के साथ साथ डिजिटल पेमेंट भी चल रहा है, जिसमे ऑनलाइन के माध्यम से आपके अकाउंट से दुसरे के अकाउंट में पैसे डाले जा सकता है और बैंक जाने की जरूरत भी नहीं होती हैं। आप 1 रूपये से लेकर कितनी भी अमाउंट ट्रान्सफर कर सकते हैं बस इसके लिए आपको बैंक की शर्तो का पालन करना होता है।
जब भी ऑनलाइन पेमेंट की बात आती है तो सबसे पहले पेटीएम का ही नाम आता है क्योंकि यह भारत का सबसे चर्चित डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म है। इसके अलावा भी और कई डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म जैसे गूगल पे, फ़ोन पे आदि भी बाज़ार में उपयोग किये जाते हैं पर पर पेटीएम का एक अलग स्थान है।
पेटीएम को कई लोगों के द्वारा इस्तेमाल किया जाता है पर सरकारी गाईड लाइन का पालन न करने के कारण भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस कुछ पाबंदियां लगा दी, और इसी के कारण इसके शेयर में भी गिरावट देखी गयी है। भारत में कई लोगों ने पेटीएम के शेयर खरीद रखें हैं और आज भी लोगों के द्वारा इसमें इन्वेस्ट किया जा रहा है।
पेटीएम की पेरेंट कंपनी का नाम One97 कम्युनिकेशन्स लिमिटेड है और विजय शेखर शर्मा ने इस पेटीएम की स्थापना की थी। विजय शेखर शर्मा ने 2010 में इस डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म की स्थापना कि थी जिसमे आज 10,000 से ज्यादा लोग काम कर रहे हैं। विजय शेखर शर्मा ने 2 मिलियन डॉलर निवेश के साथ इसे शुरू किया था और अब यह भारत की बड़ी कम्पनियों में शुमार है।
जब भी आप पेटीएम का इस्तेमाल करते हैं या फिर इसका नाम सुनते हैं तो आपको दिमाग में एक प्रश्न जन्म ले सकता है, की आखिर इस पेटीएम का फुल फॉर्म क्या है? और इसका नाम यही क्यों रखा गया है?
तो आपको बतादें कि पेटीएम का फुल फॉर्म पे थ्रू मोबाइल (pay through mobile) होता है। जिसमे पे का अर्थ राशि चुकाना होता है और through mobile यानिकी मोबाइल के माध्यम से। इससे मिल कर बना है बना है Paytm जिसका उपयोग काफी भारतीय करते हैं।
अन्य लेख –