आज के समय में हर कोई अपना समय बचाना चाहता है और काम को जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश करता है। ऐसा ही यात्रा के समय भी होता है, यात्री कम से कम समय में अपनी यात्रा पूर्ण करना चाहता है और जल्द से यात्रा पूर्ण करने का सबसे अच्छा साधन है हवाई यात्रा। यह घंटो के सफर को मिनटों में पूर्ण कर देती है।
हवाई यात्रा काफी महंगी होती है इसलिए हर किसी के लिए इसका उपयोग कर पाना सम्भव नहीं है। आम लोग अधिकांश ट्रेन का ही उपयोग करते हैं क्योंकि इसकी टिकट प्लेन से काफी कम होती है। अगर आपने कभी हवाई यात्रा की होगी तो आपको पता होगा कि हवाई यात्रा के लिए आपको कुछ घंटे पहले ही एअरपोर्ट पर पहुचना होता है।
प्लेन में यात्रा करने वाले व्यक्ति के मन में यह प्रश्न तो जरुर आता है कि बोर्डिंग टाइम उड़ान के समय से इतना पहले क्यों होता है? क्या कारण है कि प्लेन में यात्रियों को जल्दी क्यों बैठा देते हैं?
हवाई जहाज में यात्रियों को जल्दी क्यों बैठा देते हैं?
एविएशन एक्सपर्ट जीतेन्द्र के अनुसार कई जरुरी कारणों से यात्री को उड़ान के इतनी पहले हवाई जहाज में बैठा दिया जाता है। हवाई अड्डे पर सुरक्षा का बेहद ध्यान रखना होता है इसके लिए हर यात्री की बारीकी से जांच कि जाती है, साथ ही इतने सारे यात्रियों के लगेज को भी प्लेन में चढाना होता है। साथ ही यदि किस यात्री पर संदिग्ध होने का शक होता है तो इस मसले को भी क्लियर करना होता है। इन सभी कारणों से यात्रियों को प्लेन में जल्दी बैठा दिया जाता है और बोर्डिंग पहले कराने के पीछे मकसद यही होता है।
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