इस विशाल ब्रह्मांड में अनगिनत तारें, ग्रह, उपग्रह है, जिन पर वैज्ञानिक शौध करते रहते हैं और नयी नयी जानकारियां एकत्रित करते हैं। साथ ही कई प्रश्नों के उत्तरों की तलाश करते हैं और वजह का पता लगाते हैं। इस ब्रह्मांड में बहुत सी चीजें है जो अलग-अलग आकार की है और अलग-अलग गुण रखती है। आज हमारे पास ब्रह्मंड से जुड़ी कई तरह की जानकारियाँ मौजूद है और आधुनिक यंत्रों के द्वारा हम कई प्रकाश वर्षों दूर उपस्थित ग्रहों की साफ़ साफ़ तस्वीर ले सकते हैं। जैसा की हम जानते हैं कि हर ग्रह और हमारा चाँद तथा सुरज गोल है या थोड़े अंडाकार है, तो यह देख कर मन में सवाल आता है कि यह गोल या अंडाकार ही क्यों है छपते या फिर अलग आकार के क्यों नहीं है?
ब्रह्मांड में ग्रहों और तारों के अलावा दूसरी भी कई चीजें है जैसे उल्का पिंड, क्षुद्रग्रह, और पत्थर, चट्टानें आदि। पर केवल ग्रहो और उपग्रह और सूर्य का आकार ही गोल या अंडाकार क्यों हैं? यह उल्का पिंड की तरह आड़े तिरछे या चपटे क्यों नहीं हैं? विज्ञान इस प्रश्न का उत्तर भी खोजने में लगा है और कुछ वैज्ञानिक अपने तर्क भी दे चुके हैं जो एक दम सही प्रतीत होते हैं।
सूर्य-चंद्रमा और पृथ्वी के गोल होने का कारण
ब्रह्मांड में मौजूद यह सूर्य-चंद्रमा और पृथ्वी प्रकृति द्वारा निर्मित हुए हैं, इन्हें किसी कलाकार ने नहीं तराशा है जो इन्हें एक गोल आकार प्रदान करें। तो फिर यह दिखने में इतने परफेक्ट क्यों लगते हैं? इस प्रश्न को लेकर क्वींसलैंड के एस्ट्रोफिजिक्स के प्रोफेसर जांटी होर्नर ने बताया कि इसके पीछे का कारण इनका गुरुत्वाकर्षण बल है। गुरुत्वाकर्षण इनकी कणों को केंद की और खीचते हैं और ग्रह का जितना बड़ा आकार होता है उन्ती ही ज्यादा इसकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति होती है। यह खिचाव इन्हें गोल या अंडाकार आकार देदेता है, ग्रह हो या तारा यह किसी न किसी मटेरियल से बना हुआ होता है और यह मटेरियल जितना हल्का होता है उन्ती आसानी से गुरुत्वाकर्षण बल इन्हें गोल आकार दे सकता है।
दुसरा तर्क
जैसा की हम जानते हैं कि सभी ग्रह किसी न किसी तारे का चक्कर लगाते हैं, इस घूर्णन के कारण ही इनका आकार गोल हो जाता है। यह लाखों वर्षो से घूम रहें हैं और घर्षण के कारण इनकी सतह पर एक दबाव उत्पन्न होता है और काफी हद तक यह घुर्णन के कारण गोल हो जाते हैं। वास्तव में यह एक दम गोल नहीं होते हैं इनका आकार अंडाकार होने के साथ-साथ उबड़ खाबड़ और अनियमित होता है।
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