एक बादल में काफी वजन होता है वह फिर भी आसमान में उड़ते रहते है उन पर ग्रेविटी का कोई असर नही होता है। पर ऐसा क्यों जब हम एक हल्का सा सिका भी ऊपर फेकते है तो वह भी गुरुत्वाकर्षण के कारण नीचे आ जाता है पर हजारों टन वजनी बादल बिना पंख के आसमान में कैसे उड़ लेते है?
बादल आसमान में कैसे टीके रहते हैं?
जैसा कि हम जानते है कि बादल पानी कि बूंदों से मिल कर बना होता है। वातावरण में हर जगह जल वाष्प होता है और इस जलवाष्प गैस रूप में होती है जो होता तो पानी ही है। बादल के नीचे की हवा बादल की तुलना में सघन होती है, इस प्रकार बादल भूमि की सतह से ऊपर और इस सघन हवा के ऊपर तैरता है।
बादल बनने के साथ ही बुँदे ऊपर तो चली जाती है पर आसमान में जाने के बाद जब यह गर्म बुँदे आपस में टकराती है तो मिल कर एक बड़ी बूंद में बदल जाती है जिससे कि उसका वजन बड़ जाता है और ज्यादा वजन होने पर वह नीचे गिरने लगती है जिससे बारिश होने लगती है। और यह बुंगे कम तापमान के कारण कई बार बर्फ में बदल जाती है और ओले गिरने लगते है।
गर्मी के कारण पानी वाष्पित होता जाता है और गर्म पानी भाप में बदल जाता है जिससे बदल बनते है तथा इनका घनत्व किम होता है जिसद कारण यह ज्यादा घनत्व वाली हवा ओ०र भूमि के वातावरण से ऊपर चली जाती है और बादल उड़ने लगते है।
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