भारत का इतिहास कई हजार वर्षो पुराना है पर क्या आप जानते हैं कि भारत का सबसे पुराना शहर कौनसा है और किस शहर का इतिहास हजारों साल का है? दुनिया में यह शहर अपनी अलग की छवि बनाए हुए है और आज भी भारत का हर शख्स इसमें नाम को जरुर जानता है।
भारत का सबसे प्राचीन शहर
भारत में रहने वाले हर व्यक्ति ने काशी का नाम जरुर सूना होगा क्योंकि यह शहर ही भारत का सबसे पुराना शहर है, प्राचीन होने के साथ साथ यह एक पवित्र धार्मिक तीर्थ स्थल भी है। वाराणसी , जिसे बनारस या काशी के नाम से भी जाना जाता है, उत्तरप्रदेश में स्थित है और हिन्दू धर्म के अनुयायी इसे काफी पवित्र स्थान मानते हैं। इस शहर से गंगा नदी हो कर गुजरती है और इस शहर का उल्लेख पुराणों में भी मिलता है, यह भगवान शिव की नगरी है और स्कन्द पुराण में भी इसका जिक्र है। यह शहर शिव की उपासना का प्राचीनतम केंद्र हैं और यही काशी विश्वनाथ का मन्दिर भी है।
मुगलों ने इस धर्मिक नगरी को काफी क्षति पहुचाई हैं और मुहम्मद गोरी ने यहाँ मौजूद कई मन्दिरों को तोड़ने के आदेश भी दिए थे। गौतम बुद्ध का सम्बन्ध भी इस नगरी से रहा है इसलिए बौद्ध धर्म से सम्बन्धित धर्मिक स्थल भी यहाँ काफी मात्रा में देखने को मिल जाते हैं। यहाँ गौतम बुद्ध ने पहली बार धर्म की शिक्षा दी थी।
इस शहर का इतिहास 5 हजार साल से भी अधिक का माना जाता है और धर्मिक दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है, इसे घाटों की नगरी भी कहते हैं क्योंकि यहाँ 88 घाट है। साथ ही इसे द्ध एवं जैन धर्म में भी इसे पवित्र माना जाता है, यहाँ काशी विश्वनाथ मंदिर, सारनाथ, बनारसी साड़ी, बनारसी पान भी देशभर में प्रसिद्ध हैं।
भगवान शिव का काशी से सम्बन्ध
जब भी काशी का नामा आएगा शिव जी कान नाम जरुर आएगा क्योकि यह शिव की ही नगरी है। जब शंकर और पार्वती का विवाह सम्पन्न हुआ तो उन्होंने कैलाश पर्वत छोड़ कर जाने की योजना बनाई और किसी शहर में रहने का इरादा बनाया, तब उन्होंने काशी में बसने का निश्चय किया इसीलिए इसे शिवजी की नगरी कहा जाता है।
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