विश्व हिन्दू परिषद के नेता आलोक कुमार का एक बयान सामने आया है कि BJP के वरिष्ट नेता लालकृष्ण आडवाणी रामलाला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे। लालकृष्ण आडवाणी की उम्र 96 वर्ष है और उनका स्वास्थ्य भी अब ठीक नहीं रहता है जिस कारण राम मन्दिर ट्रस्ट का कहना था कि वह इस प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हो सकें इसकी बिलकुल भी संभावना नहीं है।
आडवानी जो को दी जाएगी स्वस्थ्य सुविधाएँ
हालही में विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि आडवानी जी के लिए सारी व्यवस्थाएं की जाएंगी और हर तरह की चिकित्सा सुविधा दी जाएगी ताकि वह इस समारोह में शामिल हो सकें। राम मन्दिर के लिए संघर्ष करने वाले नेताओं में लालकृष्ण आडवानी जी का नाम शामिल है, यह दशकों से राम मन्दिर निर्माण के लिए संघर्ष करते आये हैं।
22 जनवरी को होने वाले इस समारोह में देश के कई संत अयोध्या पहुचेंगे साथ ही प्रसिद्ध अभिनेताओं, खिलाड़ियों को भी न्योता दिया गया है। इस समारोह में नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार, आरएसएस के कृष्ण गोपाल सभी शामिल होने वाले हैं।
UP सरकार अयोध्या में हर तरह की सुविधा प्रदान करने के लिए व्यवस्था कर रही है और हजारों की संख्या में आने वाले भक्तों के रुकने और सुरक्षा की व्यवस्था भी की जा रही है।
राम मन्दिर आन्दोलन में था बड़ा योगदान
आडवाणी ने ही विहिप के द्वारा शुरू राम मन्दिर आन्दोलन को राजनितिक आन्दोलन बनाया था, तथा सोमनाथ से अयोध्या तक रथ यात्रा निकाली थी, यह यात्रा 25 सितंबर 1990 को शरू हुई थी जो 30 अक्टूबर को अयोध्या पहुची थी। इन्होने कई जनसभाओं में संबोधन किया था और राम मन्दिर आन्दोलन को तेज किया था। यह इन आंदोलनों के दौरान जेल भी गये और कई तरह की अन्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ा।
500 साल के इंतजार के बाद अब जाकर राम मन्दिर निर्माण हो रहा है, इसके लिए कई लोगों ने संघर्ष किया और अपनी जान तक गवाई है। 22 जनवरी को होने वाले समारोह से पहले देश में छोटे-छोटे कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, प्रभात फेरी निकाली जा रही है, अक्षत कलश पूजन किया जा रहा है और और अक्षत वितरित किये जा रहे हैं।
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