क्या आपके घर में भी पालतू जानवर है और आप उन्हे अपने साथ ऐसे रखते हैं जैसे किसी बच्चें को एक माँ अपने साथ रखती हैं। पर ऐसा करना आपको भारी पड़ सकता है क्योंकि पालतू जानवरों से आपको संक्रमण हो सकता है और आप बीमार हो सकते है। इसके बारें में डायसन ग्लोबल डस्ट ने एक रिपोर्ट भी जारी की है।
पहले की तुलना में लोग अब ज्यादा पालतू जानवर पालने लगे हैं खासकर कुत्ते और बिल्लियाँ। वैसे से कुत्ते प्राचीन समय से ही इंसानों के द्वारा पाले जा रहे हैं और गाय, बेल, बकरी को पालने का चलन भी काफी पुराना है तो फिर अब ऐसा क्यों कहा जा रहा है कि इनको पालना आपको गंभीर बिमारियों से ग्रस्त कर सकता है।
क्यों फैलती है बीमारी?
पहले लोग जिस जानवर को पालते थे उसके लिए घर में स्थान नहीं होता था बल्कि घर के बाहर उनके लिए व्यवस्था की जाती थी। पर आज कल लोग पालतू कुत्ते और बिल्ली को साथ रखते हैं उन्हें अपने बिस्तर पर भी जगह देते हैं यहाँ तक की चुमते भी है। जिस कारण उनमे मोजूद जीवाणु से इंसान बीमार हो सकता हैं।
हमारी तरह, जानवर भी रोगाणु इधर उधर फैलाते हैं। पर घरेलू पालतू जानवरों में होने वाली बीमारियाँ जैसे डिस्टेंपर, कैनाइन पार्वोवायरस और हार्टवॉर्म – लोगों में नहीं फैल सकती हैं। पर कई बार यह जानवर ऐसे बैक्टीरिया, वायरस, परजीवी और कवक जो पालतू जानवर ला सकते हैं जो आपको बीमार कर सकते हैं। काटने या खरोंचने से या किसी जानवर के की लार या रूसी के संपर्क में आने से लोगों में कई तरह की बीमारियाँ लग सकती है। 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में इनसे बीमार होने की संभावना अधिक होती है।
डायसन ग्लोबल डस्ट के अनुसार
डायसन ग्लोबल डस्ट ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इन पालतू जानवरों में बेसिलस एंथ्रेसिस नाम का जिवाणु हो सकता है जो जानवरों को बीमार करता है पर यह इंसानों को भी बीमार कर सकता है। इस जिवाणु से जो बीमारी होती है उसका नाम है एंथ्रेक्स । इसिलिए पालतू जानवरों से निश्चित दूरी जरुरी है खास कर यह बच्चों को आसानी से बीमार करने वाला जिवाणु है।
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