लगभग हर कोई अब ऑनलाइन पेमेंट का उपयोग करता है और बड़ा हो या छोटा ट्रांजेक्शन ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करना ही पसन्द करता है, क्योंकि यह साथ में केश रखने से ज्यादा सुरक्षित हैं और आपातकाल की स्थिति में भी आसानी से पेमेंट किया जा सकता हैं। पर यह इतना भी सुरक्षित नहीं हैं कई बार लोग इस ऑनलाइन पेमेंट के कारण मुसीबत में भी पड़ जाते हैं और उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता हैं, क्योंकि फ्रॉड करने वाले लोगों के पास कुछ ऐसे तरीके होते हैं कि वह आसानी से लोगों के बैंक से पैसा उठा कर ले जाते हैं, मुश्किल की बात यह हैं की इस तरह का फ्रॉड करने वाले लोगों को पुलिस द्वारा खोज पाना भी काफी मुश्किल है और कई मामलों में तो यह कभी मिलते ही नहीं है।
ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए UPI ID की जरूरत होती है तथा इसे आसानी से बनाया जा सकता है। इसके लिए केवल बैंक अकाउंट, ATM Card, इन्टरनेट, स्मार्ट फ़ोन और रजिस्टर मोबाइल नंबर की जरूरत होती है, इसीलिए यह कई लोगों के द्वारा उपयोग किया जा रहा है और तेजी से इसका उपयोग करने वालो की संख्या बड़ रही है। पर साथ ही धोके से पैसा कमाने वालो की संख्या में भी काफी बढोत्तरी देखी गयी है, इसीलिए सरकार इस तरह के ट्रांजेक्शन को लेकर कई तरह नये नियम लाती रहती हैं ताकि सुरक्षा बनी रहें।
बड़ रहें हैं ऑनलाइन फ्रॉड
वर्तमान में सरकार ने यह नियम लागू कर रखा है कि कोई नया यूजर पहली बार में 5000 रूपये से ज्यादा का ट्रान्सफर नहीं कर सकेगा, 24 घंटे बाद ही वह 5000 से अधिक का ट्रांजेक्शन कर सकेंगा। सरकार ने पाया की 2022-23 में 13 हजार करोड़ से अधिक का फ्रॉड हुआ है जो पेमेंट से सम्बन्धित है जिसमे डिजिटल पेमेंट से सम्बन्धित फ्रॉड 6,659 करोड़ से अधिक है।
अब सरकार नया नियम लाने पर विचार कर रही है जिसमें सरकार दो उपयोगकर्ताओं के बीच पहले लेनदेन के लिए 2,000 से अधिक रुपयें के ट्रांजेक्शन पर मिनिमम टाइम डिले अप्लाई करने पर विचार कर रही हैं। इसमें व्यक्ति यदि किसी को 2000 से अधिक रुपयें ट्रान्सफर करेगा तो उसमे 4 घंटे से अधिक का समय लगेगा, इस बीच वह इसमें वह पेमेंट को वापस भी ले सकता है और मॉडिफाई भी कर सकेगा। ऐसा करने से होने वाले फ्रॉड को कम किया जा सकता है और जनता का पैसा सुरक्षित भी किया जा सकता है।
पर समय सीमा लागू होने से बाज़ार में सामान खरीदने में समस्याएँ उत्पन्न होगी क्योंकि ट्रांजेक्शन को पूरा होने में 4 घंटे का समय लगेगा जिस कारण को भी दुकानदार हाथो हाथ सामना देने से मना कर देगा और व्यापार के लिए ऑनलाइन पेमेंट का उपयोग कम होने लगेगा।
अन्य लेख