यदि आप भी कई लोगों की तरह मगरमच्छ और घड़ियाल को एक ही समझे है तो आप गलत है। यह दोनों काफी अलग होते हैं और इनमे कई तरह के अंतर पाए जाते हैं, कई बार लोग अंतर न पता होने की वजह से मगरमच्छ को घड़ियाल और घड़ियाल को मगरमच्छ कह देते हैं। अधिकतर एक आम व्यक्ति केवल चिड़िया घर में ही मगरमच्छ और घड़ियाल को देख पाता है क्योंकि यह जंगली जानवर है और आसानी से दिखाए नहीं देते हैं। यह काफी खतरनाक होते हैं और लोगों की जान तक ले सकते हैं। यह एक बड़ी छिपकली के समान होते हैं जो पानी और जमीन दोनों में रह सकते हैं जिस कारण इन्हें उभयचर की श्रेणी में रखा गया है। आइये जानते हैं कि मगरमच्छ और घड़ियाल में क्या अंतर है?
मगरमच्छ और घड़ियाल में अंतर
आप कई तरह की बातों को ध्यान रख कर एक मगरमच्छ और घड़ियाल में अंतर कर सकते हैं, बस आपको इस बारें में जानकारी होना चाहिए।
मगरमच्छ क्या है?
मगरमच्छ एक ऐसा प्राणी है जो पानी में रहता है और इसका इतिहास 95 मिलियन वर्ष पुराना है। मगरमच्छ का मुंह यू-आकार का होता है, यानी उसका जबड़ा चौड़ा होता है। मगरमच्छ घड़ियाल की तुलना में अधिक क्रोधी होते हैं और हमला कर देते हैं। मगरमच्छ खारे पानी के तालाबों, जलाशयों में रहना पसंद करते हैं। दांतों का अवलोकन करने पर आप देखेंगे कि मगरमच्छ का मुंह बंद होने पर उसके निचले दांत दिखाई नहीं देते हैं कुछ मगरमच्छ 23 फीट तक लंबे और 1,000 किलोग्राम तक वजनी हो सकते हैं। अपने भारी वजन के बावजूद, वे तेज़ी से चलने में सक्षम हैं। वे अपना समय पानी और ज़मीन दोनों पर बिताते हैं, अक्सर मछलियों को खाते हैं और कभी-कभी पशु पक्षियों का शिकार भी करते हैं। जो पशु पानी पीने आते हैं तो वे जानवरों का भी शिकार कर लेते हैं। एक बार मगरमच्छ के जबड़े में फंसने के बाद उनके नुकीले दांतों के कारण किसी भी शिकार का बचना बेहद मुश्किल हो जाता है, मगरमच्छ अपने शिकार को भागने से रोकने के लिए तेजी से हमला करते हैं।
घड़ियाल क्या है?
घड़ियाल मगरमच्छ जैसा दिखने वाला एक और प्राणी है जो पानी में रहता है। इसका इतिहास 37 मिलियन वर्ष पुराना है। घड़ियाल मगरमच्छ से छोटे होते हैं, जिनकी लंबाई 13 से 14 फीट के बीच होती है। घड़ियाल हमेशा वहीं पाए जाते हैं जहां साफ पानी उपलब्ध होता है, घड़ियाल का मुंह वी-आकार का होता है, जिसका शुरुआती भाग पतला होता है, इनका वजन भी मगरमच्छ कम होता है, 360 से 450 किलोग्राम तक। मगरमच्छ आम तौर पर छोटे जानवरों को खाते हैं, उनका शिकार करते हैं, उन्हें पानी में लाते हैं, उन्हें मारते हैं और फिर उनके शिकार को खा जाते हैं। घड़ियाल के दाँत मुँह बंद होने पर भी दिखाई देते हैं।
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