हमने हमेशा सुना है कि बिल्ली म्याऊं म्याऊं करती है और इसके अलावा कुछ नहीं बोलती है। पर ऐसा क्यों कि बिल्ली म्याऊं ही बोलती है?
दुनिया में कई तरह जानवर है जो अलग-अलग तरह की आवाजें निकालते हैं। केवल इंसानों के पास ही शक्ति होती है कि वह शब्दों के माध्यम से अपनी बातें शेयर करता है पर जानवर केवल एक सी आवाज निकालते हैं, जानवरों के द्वारा निकाली जाने वाली आवाजों में भावनाएं जरुर होती है और इन भावनाओं को समझने के लिए आपको अनुभवी जानकारों की जरूरत होती है। इंसानों की जरूरते ज्यादा होती है इसी लिए उन्हें ज्यादा शब्दों की जरूरत होती है पर जानवरों की इतनी जरूरते नहीं होती है इसलिए कम शब्दों में ही वह अपना जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
पर बिल्ली म्याऊं ही क्यों बोलती है?
बिल्लियों के बारे में अधिक जानकारी रखने वालो के अनुसार बिल्ली केवल म्याऊं ही नहीं बोलती है यह और कई तरह की अन्य आवाजें भी निकालती है। हां यह सच है कि बिल्ली अधिकतर म्याऊं ही बोलती है जिस कारण लोगों को लगता है कि बिल्ली केवल म्याऊं ही बोल सकती है। बिल्ली के बोलने के तरीको में कई बार परिवर्तन होता है जो उसकी भावनाओं को व्यक्ति करता है। बिल्ली अपने मालिक से खाना मांगने के लिए, अकेला महसूस करने पर या किसी तरह की कोई मांग पूरी करवाने की इच्छा होने पर यह म्याऊं की आवाज करती है।
जानवरों के द्वारा निकाली जाने वाली आवाजें उनके गले की अंदरूनी आकृति और क्षमता के कारण निर्मित होती है इसीलिए कुत्ते, गाय, शेर सभी अलग-अलग आवाजें निकालते हैं। कुछ जानवरों के पास ज्यादा क्षमता होती है जिस कारण वह अलग-अलग कई आवाजें निकाल सकते हैं जिनमे खास कर पक्षी शामिल होते हैं।
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