पसीना हर किसी को आता है और यह एक साधारण प्रक्रिया है जो हर व्यक्ति में पायी जाती है। हमें अक्सर गर्मी के कारण, ज्यादा मेहनत करने के कारण या तनाव में पसीना आता है, पसीना शरीर को ठंडक प्रदान करने के लिए आता है और यह पसीनों की ग्रन्थि से स्त्रावित होता है, हमारे शरीर में 20 लाख से भी अधिक ग्रन्थियां है जो समय पर पसीने को स्त्रावित करती है। पसीना शरीर को कूल करने और नमी बनाने के लिए आता है पर कई लोगों को बेवजह ही पसीना आता रहता है और उनकी हथेली, बगल और पैर अधिकांश पसीने से गिले रहते हैं। ऐसा होना आम नहीं है यह एक बीमारी के लक्षण हो सकते हैं जिसे Hyperhidrosis कहा जाता है। यदि आपको लगता है कि आपको इस बीमारी के यह लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो इस लेख में आपको इससे जुड़ी और महत्वपूर्ण जानकारियां मिल जाएगी।
क्या है हाइपरहाइड्रोसिस?
हाइपरहाइड्रोसिस वो बीमारी है जिसमे व्यक्ति को ज्यादा पसीना आता है और उसकी हथेली, बगल, पैर पसीने से गिले ही रहते हैं। आम व्यक्ति को केवल तब पसीना आता है तब वह गर्मी महसुसू करता है पर हाइपरहाइड्रोसिस बीमारी में व्यक्ति को बिना वजह ही काफी ज्यादा मात्रा में पसीना आता रहता है जो परेशानी का कारण बनता है। इस बीमारी में ठंड के मौसम में भी व्यक्ति पीसने से परेशान हो जाता है और अधिकतर समय उसके हाथ आदि पसीने में तरबतर ही रहते हैं।
हाइपरहाइड्रोसिस के प्रकार
- यदि किसी व्यक्ति को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं है और नहीं वह किसी तरह की कोई दवाई लेता है फिर भी उसे बेवजह पसीना आता है तो वह प्राइमरी हाइपर हाईड्रोसिस के अंतर्गत आता है। इसमें भी पसीने की ग्रन्थियां ज्यादा पसीना छोड़ने लगती है और मुंह, हथेली आदि पर ज्यादा पसीना आने लगता है।
- इसका एक प्रकार है सेकेंडरी हाइपरहाइड्रोसिस, इसमें ज्यादा पसीना आने का कारण कोई चिकित्सीय स्थिति या दवाई का साइड इफ़ेक्ट हो सकता है। इसमें भी पुरे शरीर पर पसीना आता है और बेवजह व्यक्ति का शरीर पसीने के कारण गिला रहता है।
ज्यादा पसीना आने के अन्य कारण
डॉक्टर्स का मानना है कि केवल हाइपरहाइड्रोसिस के कारण ही शरीर से ज्यादा पसीना नहीं आता है कई बार दुसरे कारण भी हो सकते हैं जिस वजह से शरीर से पसीना ज्यादा मात्रा में और बेवजह निकलने लगता है। यह किसी तरह अन्य बीमारी हो सकती है जो गंभीर रूप धारण कर सकती है इसीलिए लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें।
- हाइपरथाइरोइडिसम
- थाइराइड
- दिल की बीमारी
- पार्किंसंस रोग
- मेरुदंड में चोट
- मेनोपॉज
- डायबिटीज
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- स्ट्रोक
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